सूर्य ग्रहण 2025: तारीख, समय, सटीक जानकारी और सुझाव
🌑 सूर्य ग्रहण 2025 Kab Hai? जानें पूरा विवरण
2025 का पहला सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2025) 29 मार्च दिन शनिवार को लग रहा है। यह एक आंशिक सूर्य ग्रहण (partial solar eclipse) होगा, जिसकी अवधि लगभग 3 घंटे 53 मिनट रहेगी – दोपहर 2:20/2:21 बजे से शाम 6:14/6:16 बजे तक
दोबारा ग्रहण संभव है 21 सितम्बर 2025 को, लेकिन वह भी भारत में दिखाई नहीं देगा और partial ही रहेगा
Visibility (दर्शनीयता): कहाँ दिखेगा ग्रहण?
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भारत में नहीं दिखेगा – अतः यहाँ इसका सूतक काल भी लागू नहीं रहेगा
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यह ग्रहण मुख्यतः यूरोप, उत्तरी अमेरिका, एशिया, अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका, आर्कटिक व अटलांटिक महासागरों के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा 🕙 Sutak Kaal: क्या लागू होगा भारत में?
चूंकि यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए भारत में सूतक काल मान्य नहीं है जहां ग्रहण दृष्य़ होगा वहाँ 12 घंटे पहले से सूतक मान्य होता है
धार्मिक मान्यताएँ और ज्योतिषीय दृष्टिकोण
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सूर्य ग्रहण को अशुभ माना जाता है, इसलिए इस दौरान किसी भी शुभ कार्य, पूजा, यात्रा या दान-पुण्य से बचा जाता है
- ग्रहण के समय गर्भवती महिलाएं बाहर न जाएं, खाना अथवा रसोई का काम न करें
- विश्वसनीय मान्यताओं के अनुसार:
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भोजन में तुलसी के पत्ते मिलाएँ ताकि ग्रहण का प्रभाव न पड़े।
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ग्रहण के ठीक बाद स्नान करें और गंगा जल छिड़कें
क्या करें (Dos):
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ग्रहण समाप्ति के समय स्नान, शुद्ध वस्त्र पहनना, घर में गंगाजल छिड़कना
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मंत्र जाप, ध्यान, दान-पुण्य करना शुभ माना जाता है
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पूरानी गलतियों से सीखें, मानसिक शांति एवं समता बनाए रखें।
क्या न करें (Don’ts):
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ग्रहण के दौरान खाना पकाना या खाना वर्जित
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किसी भी प्रकार की मेडिकल/सौंदर्य क्रियाएँ, जैसे नाखून काटना या तेल मालिश आदि नहीं करें
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सूर्य को बिना सुरक्षा के न देखें; ISO-certified eclipse glasses या पिनहोल प्रोजेक्टर का उपयोग करें
ज्योतिषीय प्रभाव: कौन सी राशियों पर पड़ेगा असर?
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राशियाँ जैसे मेष, वृषभ, मिथुन, कर्क, कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर, कुंभ, मीन पर ग्रहण और शनि गोचर के प्रभाव से उतार-चढ़ाव संभव है
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विशेष सतर्कता: कर्क, कन्या, धनु, कुंभ, मीन राशि वाले जातक इस समय हल्की चिंता, मानसिक तनाव और वित्तीय जोखिम से बचें 🔬 वैज्ञानिक दृष्टिकोण: क्या कहता विज्ञान?
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ग्रहण एक खगोलीय घटना है – चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच आता है, जिससे सूर्य का कुछ हिस्सा छिप जाता है
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वैज्ञानिक रूप में, इसका भारत पर कोई भौतिक प्रभाव नहीं होता; ज्योतिषीय दृष्टिकोण केवल प्रतीकात्मक और सांस्कृतिक है।
सारांश: सूर्य ग्रहण 2025
विषय | विवरण |
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तारीख | 29 मार्च 2025 (पहला) और 21 सितम्बर 2025 (दूसरा partial) |
प्रकार | आंशिक सूर्य ग्रहण (Partial Solar Eclipse) |
समय (IST) | 2:20–6:14 बजे (लगभग 3:53 घंटे) |
भारत में दृश्यता | नहीं दिखाई देगा; सूतक काल भी नहीं मान्य |
क्या करें | ध्यान, मंत्र जाप, दान‑पुण्य, स्नान |
क्या न करें | खाना पकाना/खाना, भोजन, मंदिर स्पर्श |
राशियों पर प्रभाव | मेष, कर्क, कन्या, धनु, कुंभ, मीन आदि |
सूर्य ग्रहण 2025 Kab Hai? जानें वो बातें जो कोई नहीं बताता!
“आखिर क्यों वैज्ञानिक और ज्योतिषी दोनों ही इस ग्रहण को लेकर अलर्ट हैं?”
“क्या यह सूर्य ग्रहण आपके जीवन में कुछ बड़ा बदलने वाला है?”
ऐसे सवाल जो शायद आपने कभी नहीं सोचे होंगे, लेकिन 2025 का सूर्य ग्रहण अपने साथ सिर्फ खगोलीय घटना नहीं, बल्कि आश्चर्य, रहस्य और संभावनाओं का दरवाजा खोलने वाला है।
क्या आप जानते हैं कि 2025 का सूर्य ग्रहण कहीं अदृश्य और कहीं खतरनाक हो सकता है?
हां, आपने सही पढ़ा! यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, लेकिन फिर भी इसके प्रभाव और मान्यताएं करोड़ों लोगों की ज़िंदगी को प्रभावित कर सकती हैं।
कई पौराणिक कथाओं के अनुसार, जब सूर्य ग्रहण 2025 लगता है, तब “राहु” और “केतु” जैसे छाया ग्रह सक्रिय हो जाते हैं। माना जाता है कि ये ग्रह जीवन में उलटफेर, आर्थिक हानि और रिश्तों में तनाव ला सकते हैं। तो, क्या आप तैयार हैं?
इस सूर्य ग्रहण से जुड़े वो 3 राज़, जो बहुत कम लोग जानते हैं:
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सूतक नहीं है, फिर भी असर हो सकता है:
भारत में दिखाई नहीं देने के कारण भले ही सूतक काल मान्य नहीं है, लेकिन कई ज्योतिषियों का मानना है कि ग्रहण का ऊर्जा क्षेत्र इतना शक्तिशाली होता है कि इसका असर दूर-दराज़ तक महसूस किया जा सकता है। -
खाना बनाना और खाना – दोनों से बचें:
यह मान्यता सिर्फ परंपरा नहीं, बल्कि विज्ञान भी बताता है कि ग्रहण के दौरान सूर्य की किरणें विकिरण में बदलाव लाती हैं जो भोजन की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकती हैं। -
ग्रहण के बाद हो सकता है मानसिक परिवर्तन:
ध्यान, मंत्र जाप और आत्ममंथन करने से सूर्य ग्रहण 2025 का नकारात्मक प्रभाव कम होता है। कई लोग कहते हैं, “ग्रहण के तुरंत बाद मेरी ज़िंदगी में बड़ा बदलाव आया” – तो क्या आपके साथ भी कुछ ऐसा हो सकता है?
क्या यह ग्रहण “एक संकेत” है?
कुछ विद्वानों का मानना है कि सूर्य ग्रहण 2025 सिर्फ एक घटना नहीं बल्कि आकाश की तरफ़ से एक संदेश होता है।
“जब ब्रह्मांड मौन होता है, तो वह हमें देखने को कहता है। और जब वह ग्रहण लाता है, तो वह हमें चेतावनी देता है।”
क्या आपके जीवन में हाल ही में कोई कठिन परिस्थिति आई है? क्या आप निर्णय लेने में उलझे हुए हैं? हो सकता है यह ग्रहण आपको एक नई दिशा देने वाला मोड़ हो।
लाइव देखने से पहले ये जरूर जान लें…
NASA, TimeandDate.com, और कई स्पेस एजेंसियाँ 2025 का सूर्य ग्रहण LIVE स्ट्रीम करने वाली हैं।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि लाखों लोग इस बार के लाइव ग्रहण को “भविष्य देखने की खिड़की” मान रहे हैं?
कुछ लोग इस ग्रहण के लाइव टेलीस्कोप वीडियो को देखकर ध्यान मुद्रा में बैठते हैं, तो कुछ इसे विश्व में परिवर्तन की शुरुआत मानते हैं।
क्या इस सूर्य ग्रहण से जुड़े हैं बड़े राजनैतिक या प्राकृतिक बदलाव?
इतिहास गवाह है कि महान युद्ध, राजनैतिक परिवर्तन और प्राकृतिक आपदाएं सूर्य ग्रहण के आस-पास की अवधि में हुई हैं।
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क्या यह केवल संयोग है?
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या ब्रह्मांड कुछ संकेत दे रहा है?
2025 का सूर्य ग्रहण, वैश्विक रूप से हो रहे कई बदलावों के साथ आ रहा है – जैसे जलवायु परिवर्तन, आर्थिक अनिश्चितता और सामाजिक उथल-पुथल।
तो क्या यह सूर्य ग्रहण केवल आकाश की एक घटना है?
या यह किसी बहुत बड़े बदलाव की आहट?
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